मासूम बचपन
*मासूम बचपन*
घर की चारदीवारी में कैद ये बचपन,
पुस्तकों के ढेर के बीच बीतता ये बचपन,
होकर मोबाइल पटल पर अब कैद ये बचपन,
लैपटॉप, वीडियोगेम से मनोरंजन करता ये बचपन,
खुली हवा में साँस लेना चाहता ये बचपन,
रात में चांदनी रातों में सितारों की चाल देखना चाहता ये बचपन,
दादा नाना ,चाचा, ताया, मामा संग खेतों की ख़ुशबू लेना चाहता ये बचपन,
दादी, नानी,मौसी, बुआ, चाची संग ठिठोली करना चाहता ये बचपन,
छत पर जाकर पतंग उड़ाना चाहता ये बचपन,
खुले मैदान में भँवरों के पीछे दौड़ लगाना चाहता ये बचपन,
बागों में फूलों की ख़ुशबू लेना चाहता ये बचपन,
कल कल करती नदियों की आवाज़ सुनना चाहता ये बचपन,
रेस टिप, नदी-पहाड़, छू छुवल की दौड़ लगाना चाहता ये बचपन,
पोशम पा, बिल्लस, भी खेलना चाहता ये बचपन,
दोस्तों संग हँसना खिलखिलाना चाहता ये बचपन,
उन संग रूठना मनाना चाहता ये बचपन,
समय के साथ बदल गया ये बचपन,
घर की चारदीवारी में कैद ये बचपन,
✍🏻तोषी गुप्ता✍🏻
27/03/2021
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