जीने का अंदाज़ कुछ यूँ भी,,,
*जीने का अंदाज़ कुछ यूँ भी*
ज़िन्दगी जीने अंदाज़ कुछ यूँ रखो,
कोई कदम पीछे भी खीँचे तो मंज़िल दूर ना हो,
अपने लक्ष्य पर ध्यान कुछ इस तरह रखो कि,
राह में रोड़े कोई लाख लगाए, लक्ष्य से तुम कभी ना भटको,
रिश्ते पूरी शिद्दत से कुछ इस तरह निभाओ कि,
कोई गलतफहमी रिश्तों को तोड़ ना पाए,
लोगों में खुशियां कुछ इस तरह बांटों कि,
कोई न तुमसे नाराज़ रहने पाए,
अपनी बात लोगों के सामने कुछ इस तरह रखो,
कोई तुमसे विमुख होने ना पाए,
दोस्तों से दोस्ती कुछ इस तरह निभाओ,
हो जाए कभी अनबन तो भी दोस्ती ना टूटने पाये,
ज़िन्दगी जीने का अंदाज़ कुछ यूँ रखो,
ज़िन्दगी का हर एक पल फिर से जी जाने को जी करे,
✍️तोषी गुप्ता✍️
06 फरवरी 2021
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