*किसी मोड़ पर*
*किसी मोड़ पर*
किसी मोड़ पर कदम जब मेरे लड़खड़ा जाएं,
साथी बन तुम साथ मेरे आ जाना,
किसी मोड़ पर मेरा आत्मविश्वास कमज़ोर पड़ जाए,
हौसला बन तुम मेरा आत्मविश्वास बन जाना,
किसी मोड़ पर जब मैं गलत राह पर बढ़ जाऊँ,
सारथी बन तुम मुझे राह दिखाना,
किसी मोड़ पर जब मैं अपनी जिम्मेदारी भूल जाऊँ,
मार्गदर्शक बन तुम मुझे, मेरी जिम्मेदारी याद दिलाना,
किसी मोड़ पर जब मैं अहम में पड़ जाऊँ,
वहम तोड़ तुम मेरा आईना बन जाना,
किसी मोड़ पर जब मैं स्वार्थी बन जाऊँ,
कर निबाह तुम अपनी जिम्मेदारियों का मुझे एहसास कराना,
किसी मोड़ पर कदम जब मेरे लड़खड़ा जाएं,
साथी बन तुम साथ मेरे आ जाना,
✍️तोषी गुप्ता✍️
10/02/2021
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