ख्वाबों की दुनिया
ख़्वाबों की दुनिया
ज़िन्दगी में ज़िन्दगी से जुड़ी
लेकिन हक़ीक़त से दूर
एक दुनिया है ख्वाबों की
जहाँ पूरे होते सपने हमारे
खुशी के दो पल,सुकून के दो पल,
जहाँ होते एक-एक पल अनमोल,
स्वयं के बेहद करीब,
जहाँ उड़ते कल्पनाओं के घोड़े,
पँखों को फैलाते, आसमान में,
घूमते, अठखेलियाँ करते,
गुदगुदाते बादलों के बीच,
अपने ख़्वाबों को दूर क्षितिज तक ले जाते,
बादलों के नर्म बिछौने में,
ख्वाबों का खूबसूरत घरौंदा बनाते,
नींद में मस्त, अपने सपनों के पर फैलाते,
ख़्वाबों की एक नई दुनिया बसाते,
✍🏻तोषी गुप्ता✍🏻
29/05/2021
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