प्यार का सागर
प्यार का सागर
ममता ना कहलाई
ये वो अहसास है,
हर पिता के दिल की,
बस यही तो पहचान है,
छुपा कर अपने अंदर,
प्यार का अथाह सागर,
मौन ही दर्शा देते पिता,
इतना कुछ अंदर रखकर,
व्यवहार में सख़्ती,
दिल में नरमी,
आवाज़ में तीखापन,
लेकिन वो कोमल मन,
एक पिता ही है,
जो रखे ह्रदय विशाल,
जितनी भी हो तकलीफ,
माथे पर बल ना निशान,
दुनिया चाहे कहे आपको,
आप बड़े सख़्त हैं,
मन ये कहता है ,
आप प्यार का सागर हैं,
✍🏻तोषी गुप्ता✍🏻
19-05-2021
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