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दिलीप जी बहुत परेशान रहते थे आज कल। दरअसल उनतीसवें वर्ष में प्रवेश कर गई थी उनकी बेटी बीना। दिलीप जी को बीना की शादी की चिंता सता रही थी। वैसे सर्वगुण सम्पन्न बीना सौम्य और सरल हृदया थी। बैंक की नौकरी भी थी। जो भी बीना से मिलता एक ही बार में उससे प्रभावित हो जाता। लेकिन शादी की बात आते ही लोग मना कर देते। कारण बीना के शरीर के अंदरूनी हिस्से में सफेद दाग़ के कुछ लक्षण थे। हालांकि कपड़े से ढक जाने के कारण बाहर से ना दिखते ना ही बिना बताए किसी को पता चलते। लेकिन बीना ने स्पष्ट तौर से घर में बता रखा था कि वो शादी करेगी तो सच्चाई बता कर करेगी। दिलीप जी और बीना की माँ भी बीना के इस फैसले से संतुष्ट थे। और यही वजह थी कि बीना की शादी कहीं तय नहीं हो पा रही थी।
एक सुबह दिलीप जी मॉर्निंग वॉक में अपने एक पुराने मित्र शर्मा जी से मिले। काफी दिनों बाद मिलने के कारण बातों का दौर चल निकला। और दिलीप जी ने बातों ही बातों में बीना की शादी के बारे में भी उनसे चर्चा की। शर्मा जी के बहुत पूछने पर दिलीप जी ने शादी ना हो पाने का कारण बताया। शर्मा जी अपनी बहन की शादी के दौरान इस पीड़ा से गुजर चुके थे। उन्होंने दिलीप जी को बिना परिवार और समाज की परवाह किये बीना की शादी का विज्ञापन अख़बार में देने की सलाह दी। और दिलीप जी को समझाया भी कि परिवार और समाज की परवाह करने से ज्यादा जरूरी बीना की शादी और सफल शादी शुदा ज़िन्दगी है।
अब तक कशमकश से गुज़र रहे दिलीप जी को नई राह मिलते नज़र आई और दूसरे ही दिन उन्होंने सच्चाई बताते हुए बीना की शादी का विज्ञापन अख़बार में दे दिया। कुछ दिनों बाद ही सुभाष का रिश्ता बीना के लिए आया । सुभाष के परिवार वाले भी सुभाष की शादी के लिए इसी समस्या से गुज़र रहे थे। सुभाष और बीना के परिवार वाले मिले। सुभाष भी उच्च शिक्षित और कॉलेज में प्रोफेसर था। सुभाष और बीना भी एक दूसरे से मिलकर खुश थे और दोनों ने विवाह के लिए अपनी सहमति दे दी थी।
और वो दिन भी आ गया जब मंडप में बीना को दुल्हन के रूप में देखकर दिलीप जी की आँखें खुशी से नम थी और वो मन ही मन इस बात से संतुष्ट थे कि अच्छा किया जो उन्होंने बीना की शादी का विज्ञापन बिना किसी की परवाह किये अखबार में दे दिया और आज वो अपनी बेटी बीना को दुल्हन के रूप में देख पा रहे हैं। मन ही मन उन्होंने शर्मा जी का भी धन्यवाद किया जो उन्होंने दिलीप जी को नयी राह दिखाई।
✍🏻तोषी गुप्ता✍🏻
18-01-2022
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