अंर्तराष्ट्रीय महिला दिवस विशेष-2
साल दर साल हम आज का ये खास दिन मानते आ रहे हैं,,,, बदला आज भी कुछ ख़ास नहीं,,,,
जब तक घर के भीतर और घर के बाहर दोनों जगहों पर हम स्वयं को पूर्ण सुरक्षित महसूस नहीं करतीं ,,,,
जब तक पुरुषों की रुग्ण सोच भरी मानसिकता से परे हम स्वयं आगे नहीं बढ़ जातीं,,,,
जब तक पुरुषों की तीर सी चुभती नज़र मात्र से हमारी अस्मिता सुरक्षित नहीं हो जाती,,,,
जब तक हमारी सफलता बिना भेदभाव केवल हमारी योग्यता के बल पर सुनिश्चित नहीं की जाती,,,,
जब तक हमारी देह से परे हमें स्पर्शहीन प्रेम और मान सम्मान नहीं मिल जाता,,,,,
जब तक हमारे हर कदम पर हमें लोगों का निःस्वार्थ साथ नहीं मिल जाता,,,,
जब तक हमें लोगों की अभद्र और अपशब्द भरी बातों से छुटकारा नहीं मिल जाता.....
जब तक नाटकीय मंचों से परे वास्तविकता में लोगों के बीच हमारा वास्तविक आस्तित्व स्वीकार नहीं किया जाता,,,,
तब तक पूरे वर्ष के मात्र एक आज के दिन उत्सव मनाते रहिए,,,, क्योंकि उसके बाद तो हर दिन ख़ास होगा, हर दिन उत्सव का होगा, हर दिन महिला विशेष का होगा,साल के पूरे 365 दिन महिलाओं के वास्तविक आस्तित्व का होगा,,,, इसी आशा के साथ,,,,,,,, अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं,,,,,
✍️तोषी गुप्ता✍️
08-03-2022
0 टिप्पणियाँ:
एक टिप्पणी भेजें