विलंब /देर
विलंब / देर
देर होने से पहले , ज़रा संभल जाओ,
दो गज दूरी और मास्क लगाओ,
ये वक़्त नहीं हंसी ठिठोली का,
वक़्त ज़रा नाजुक है, संभलने का,
रिश्तेदारियां दूर से निभाने का,
ज़रूरत पड़ने पर दूर से ही सहयोग करने का,
चार लोगों से तो तुम बाद में भी मिल लोगे,
संक्रमण ग़र हो गया तो अपनों से दूर हो जाओगे,
ज़रूरी नहीं शरीर तुम्हारा साथ दे,
हुई रोग प्रतिरोधकता कम तो जान से हाथ धो बैठोगे,
अभी भी देर ना हुई, संभल जाओ तुम,
अपनों के लिए सही, अपनों की बातें सुनो तुम,
✍🏻तोषी गुप्ता✍🏻
05/04/2021
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