बच्चों को योग का महत्व कैसे समझाएँ?
बच्चों को योग का महत्व कैसे समझाएँ?
योग का हमारे जीवन में बहुत महत्व है । और यदि इसे अपने दैनिक जीवन में उतार लिया जाए तो यह सोने पर सोहागा वाली बात हो जाती है। और यदि एक बार यह आदत बच्चों के दैनिक जीवन में उतर जाए तो बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास में सकारात्मक प्रभाव देखने के लिए मिलते हैं।
हम दोनों , पति के साथ मैं भी कामकाजी महिला हूँ। रात को भोजन के बाद थोड़ा टहलने के अलावा समय कम मिल पाता था। लेकिन इस लॉकडाउन में हमने खाली समय का सदुपयोग करने की सोची। वर्क फ्रॉम होम के चलते हमें समय भी मिल जाय करता था। हम दोनों और दोनों बच्चे मेरी बेटी और बेटा, हम चारों ने शाम को योग और व्यायाम करना शुरू किया और हमने इस दिनचर्या को पिछले 15 माह से इसे सतत रखा है। हमने बच्चों को योग करने के लिए जोर नहीं डाला बल्कि दोनों बच्चे हमें योग करते देख प्रेरित होकर स्वयं उत्साहित होकर योग करने लगे। उनमें रुचि देखते हुए हमने उनके लिए योग प्रशिक्षक भी नियुक्त कर दिया जो थोड़ी स्थिति ठीक होने पर ऑफलाइन और लॉकडाउन के समय ऑनलाइन बच्चों को योग की शिक्षा देने लगे। योग प्रशिक्षक अब उन्हें विशिष्ट योगासन और उनके फायदे भी बताते हैं। बच्चे अब विशिष्ट योगासन लगाकर स्वयं बहुत खुश होते हैं और नित नए योगासन लगाते हैं।अब योग और प्राणायाम उनकी दिनचर्या में शामिल हो गया है।
बच्चों को योग जबरदस्ती ना करा के खेल खेल में थोड़ा थोड़ा योग करा के योग के प्रति उनकी रुचि जागृत की जा सकती है। और बच्चों में यदि एक बार योग के प्रति रुचि जागृत हो गई तो बच्चे स्वप्रेरणा से योग करने हमेशा उत्साहित रहेंगे।
बच्चों को योग का महत्व बोलकर समझाने के बदले हम स्वयं योग कर उनके सामने उदाहरण प्रस्तुत करें, तो धीरे-धीरे योग बच्चों की दिनचर्या में शामिल भी हो जाएगा और कुछ दिनों पश्चात उसके सकारात्मक परिणाम देखकर बच्चे स्वयं योग का महत्व समझ जाएंगे।
✍🏻तोषी गुप्ता✍🏻
17-06-2021
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