धरती-अम्बर
धरती-अम्बर
है इस प्रकृति के दो अनमोल धरोहर,
एक धरती और एक अम्बर,
एक गंभीर सहनशील,
एक असीम संभावनाएं लिए,
एक नव अंकुरण , नवजीवन देती,
एक उसे प्राणवायु से भर देती,
एक कहीं हरियाली से भरी,
कहीं नदियों सी बल खाती,
एक दूर क्षितिज तक रोशनी से जगमगाती,
कभी चाँद तारों से सज जाती,
एक कि गोद में सर रख सुकून पाता ये सृजन,
एक की सुरक्षित आग़ोश में चैन से जीता ये संसार,
कोई तुलना नहीं दोनों की,
दोनों ही हैं अतुलनीय अनमोल,
प्रकृति के ख़ास उपहार हैं
ये धरती- अम्बर,
✍🏻तोषी गुप्ता✍🏻
24-10-2021
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