ब्लागर्स मीटिंग
आज सुबह लगभग ११ बजे जब संजीव तिवारी जी का फ़ोन आया कि आज प्रेस क्लब में ३ बजे ब्लागर्स की प्रेस वार्ता है और मुझे भी आना है तो मै सोच रही थी की ब्लागर्स वार्ता में क्या होगा . क्योंकि अभी तक मेने सिर्फ लोंगो का ब्लॉग पढ़ा था लेकिन न ही मै उनसे मिली थी और न ही उन्हें जानती थी . सिवाय संजीव जी के, जिनकी प्रेरणा से मेने ब्लॉग जगत में कदम रखा । वैसे भी पिछले कुछ दिनों से हम लोग कुछ तथाकथित पत्रकारों से व्यथित होकर ब्लॉग से कुछ दुरी बना लिए थे मेने सोचा कि वंहा चलते है,शायद कोई हल निकल आये । संजीव जी ने पहले ही अपने कुछ ब्लोगर्स मित्रो से हमारी परेशानी कि चर्चा कि थी। प्रेस क्लब पहुच कर मेने पाया कि में अनजाने लोगो के बीच नहीं बल्कि अपने कुछ पुराने परिचितों के बीच आयी हू। अनिल पुसदकर जी , ललित शर्मा जी, राजकुमार ग्वालानी जी, अहफाज़ रशीद जी,पावला जी,सूर्यकांत गुप्ता जी, अवधिया जी,संजीत त्रिपाठी जी का जो आश्वासन मुझे प्राप्त हुआ उससे लग रहा हे कि हमारी परेशानी ज्यादा दिनों तक हमें परेशान नहीं करेगी। और इन सभी से मिलकर मुझे ये लगा कि हमें ब्लाग जगत से दुरी नहीं बनानी चाहिए थी और अभिव्यक्ति कि जो स्वतंत्रता हमारे सविधान ने हमें दी है उसका उपयोग करने से हमें कोई नहीं रोक सकता । क्योंकि सच हमेशा सच ही रहता है,और सच का समर्थन करना गलत नहीं है। मुझे ख़ुशी है कि मै वापस ब्लॉग जगत में आई ,और अब मेरी लेखनी किसी के डर से नहीं रुकेगी । मै आभारी हू आप सभी कि जिन्होंने मेरा हौसला बढाया और मुझे ब्लाग जगत में वापस लाया.....
14 टिप्पणियाँ:
बढिया!
कगे हाथ ब्लागर्स मीट का भी कुछ ब्यौरा दे देतीं तो अच्छा रहता....
धन्यवाद्!
itne mahino baad aapka post dekhkar achha laga... bloggers meeting mein humari mulaakaat v hui thi par narajgi hai aapne humari charcha nahi ki ;)... likhte rahe... likhne se apni abhivyakti ko vyakt karne se koi nahi rok sakta.... ye humari samvaidhanik aajadi hai... aur darr ke aage hi to jeet hai....
abhishek ji aapki narajagi ke liye mafi chahungi...apse milkar bahut khushi hui...aage apko kabhi narajgi ka mauka nahi dungi...hausalaafjai ke liye bahut bahut shukriya....blog ke jariye hamesha contact me rahenge isi aasha ke sath....
तोषी जी ( नाम सही लिख रहा हूं न? या इसे तोशी कहूं) आपने अपना नाम अंग्रेजी में दर्ज किया था न इसलिए दिक्कत है ;) )
खैर! देखिए, दिक्कतें होती है, होनी है दिक्कतें इसलिए ही होती है कि उन्हें होना होता है। लेकिन उनसे इतना निरान भी क्यों होना कि जो मूल कार्य है उसे ही बंद कर दिया जाए, जैसे आपने ब्लॉग पर लिखना ही बंद कर दिया था।
आपकी समस्या का समाधान जल्द ही निकल आएगा, निश्चिंत रहें।
लिखना जारी रखें व संपर्क में रहें
शुभकामनाओं के साथ
यह प्लेटफार्म स्वतंत्र अभिव्यक्ति का है, अभिव्यक्ति को अभिव्यक्त होने देना चाहिये. मुझे रायपुर के उस कार्यक्रम मे नही आ पाने का क्षोभ मिश्रित दुख है, क्या करे हमारी मजबूरी थी कि हम नही आ पाये और आप सब लोगो को जोडते रहने के बरसो के हमारे प्रयाश के बाद जब उसे साकार देखने का अवसर आया तो हम वहा नही थे.
ब्लागजगत मे वापस आने के लिये धन्यवाद.
ब्लागवाणी मे भी पंजीकरण करवे व टिप्पणियो मे शब्द पुस्टिकरण हटा देवे.
जो डटा रहता है रण क्षेत्र मे डिठाई से
वही जीतता है संसार की सभी लड़ाई से
कोई कितना भी करे मायावी छल्।
ऊंचा रखना सदा अपना मनोबल्।
स्वागत है। निरंतरता बनाए रखें। आभार
toshi ji achhe kamo me dikkate aati hi hai. lekin ye baat achhi hai ki aapne chaalange ko accept kiya ourdatakar samana karane ki himmat dikhai. blogjagat me ekbar firse aapka swagat hai.subhakamanaye.
krantidut.blogspot.com
maine ek kal hui bloggers meeting kee charcha apne blog par kee hai... kripya aa kar kuchh sudhaar karein...
http://ab8oct.blogspot.com/
http://monamodernschool.bravehost.com/
... सुन्दर प्रस्तुति!!!
abhishek ji apka mail address mil sakta to bahut achha hota...
आपने अपनी बात सामने रखने का साहस किया ये एक उपलब्धि है .
आशा है आपकी परेशानी दूर होगी
hi तोषी........क्या हाल है ..? आज देखा तेरा ब्लॉग ...बढ़िया है ...कभी मेरे ब्लॉग में भी झाँक लेना -cartoonistajay.blogspot.com
तोषी जी नमस्कार
बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति है. ब्लॉगर मीटिंग में मैं भी गया था, लेकिन मैं जल्दी आ गया था, इसलिए आपसे मिल नहीं पाया. सचमुच में उस मीटिंग के बाद मुझे भी लगा कि अभिव्यक्ति को विराम नहीं देना चाहिए. आज संजीत भाई के ब्लॉग सर्च करते हुए आपके ब्लॉग से परिचय हुआ. बहुत बढ़िया लिखती हैं. लिखना जारी रखें. वैसे अगर मैं गलत नहीं हूँ तो आपको याद होगा तो हम ऑरकुट फ्रेंड भी हैं.
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