मेहनतकश स्त्रियाँ
मेहनतकश स्त्रियाँ
अपने वजूद की तलाश में...........
मेहनतकश स्त्रियाँ
फ़र्ज़
ऑपरेशन थियेटर के बाहर जलती लाल बत्ती बंद होते ही सबकी नजरें ऑपरेशन थियेटर की दरवाजे की ओर ताक रही थी। डॉक्टर को आता देख अब तक मायूसी में बैठे सब उनकी तरफ दौड़े। डॉक्टर ने मुस्कुराते हुए कहा, बधाई हो अनुज का ऑपरेशन सफ़ल हुआ। खुशी से सबकी आंखों से आँसू बहने लगे।
अनुज के माता-पिता के साथ वहां मौजूद विराज के माता-पिता की आँखों से भी बरबस ही आँसू निकल पड़े। एक एक्सीडेंट में बुरी तरह घायल और ब्रेन डेड घोषित विराज का दिल आज अनुज के शरीर में धड़क रहा था।
अनुज के माता-पिता ने भीगी आंखों से विराज के माता-पिता का धन्यवाद किया और फिर आपस में इशारा कर सहमति जता दोनों ने मरणोंपरांत अपने अंगदान के एक-एक फॉर्म में हस्ताक्षर कर हॉस्पिटल में जमा कर दिया। दोनों इस फ़र्ज़ को पूरा कर अब मुस्कुरा रहे थे मानो उन पर से कोई कर्ज़ उतर गया हो।
✍️तोषी गुप्ता✍️
18-02-2022
Read more...हारा वही , जो लड़ा नहीं
ज़िन्दगी हर क़दम पर इम्तेहान लेती है,
वक़्त के करवटों में अधूरे ख़्वाब समेटती है,
कठिनाइयों के दौर में भी उम्मीद जगाए रखती है,
मेहनत की कड़ी धूप पर सफलता की छांव भी बिखेरती है,
जीवन के इस सफ़र में हर मोड़ में एक नया फ़साना है,
कभी हारकर जीतना है, कभी जीतकर हारना है,
कैसा भी हो सफ़र मज़िल की राहों का,
हर स्थिति में बस बढ़ते ही जाना है,
मिल भी जाये राह में कभी असफलता,
ख़ुद की कमी दूर कर नये उत्साह से आगे बढ़ना है,
एक हौसला ही है जो हमें संबल देता है,
अन्धेरे कमरे में भी रोशनी की आस से टिमटिमाता है,
पतझड़ के मौसम में नव कोपल की आस रखता है,
हर हार से लेकर सीख जीतने की नयी उम्मीद जगाता है,
हर कदम पर मिले सफ़लता ये ज़रूरी तो नहीं,
मिली असफलता उसको ,जिसने कोशिश किया नहीं,
हर क़दम पर मिले जीत ये ज़रूरी तो नहीं,
मग़र हारा वही है, जो लड़ा नहीं,
✍️तोषी गुप्ता✍️
18-02-22
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